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हृदय के उदगारों को शब्द रूप प्रदान करना शायद हृदय की ही आवश्यकता है.

आप मेरी शक्ति स्रोत, प्रेरणा हैं .... You are my strength, inspiration :)

Wednesday, May 29, 2013

mukhrit मुखरित


मुखरित  मैं  मिलकर  तुमसे
मुखरित  मेरी  संपूर्ण  सृष्टि  तुमसे
मुखरित  धरा  धानी  चुनर  ओढ़े  हुई
मुखरित  चंचल  चिड़िया  चहचहाईं 

झंकृत  हृदय  हृद्गत  हुआ  तुमसे
झंकृत  पायल  प्रफुल्ल  पांवों  में
झंकृत  झड़ी  झमझमाती  झड़ी
झंकृत  झींगुर  झांयझांय  भी  लगी

हर्षित  मन  में  मनहर  मधुरता 
हर्षित  मुख  मधुसंकाश  मनकरा 
हर्षित  झूमे  तरु  तटिनी  तट  पर
हर्षित  भ्रमर  भौंराए  भौम्यपुष्प पर

पल्लवित  हरियाली  हरे  हृदयाग्नि  को
पल्लवित  पद्मिनी  पुकारे  पद्म्बंधू  को
पल्लवित  पुष्प  पत्रों  से  पंथी  पंथ
पल्लवित  सुंदर  सपने  सारे संगी  संग

मुखरित  स्वर  से  सुर  झंकृत
झंकृत  वाणी  विहसित  हर्षित
हर्षित  हो हृदयपुष्प  पल्लवित
पल्लवित  जीवन  जीव  मुखरित
4.01pm, 8/4/2013


Saturday, May 25, 2013

pagli पगली


ज्यादा  नहीं  कहती  बस  इतना  ही  कि 
क्या करूँ तुम्हे  भूलना  सीखा  नहीं  अभी

7.04 pm, 23/5/13

हवा ने जो जरा सा रुख बदला
हमें लगा बहार का मौसम आया
झरोखों से देखा जो पलकें खोल
लगा यूँ ही गया था बांवरा मन डोल
लगा था हो गए हो दीवाने तुम
पर पता चला सच ही, मैं पगली हूँ

2.14pm, 24/5/13

Friday, May 17, 2013

my name .... mera naam ... मेरा नाम


he erases my name
makes the page unwritten
but my mark on it will remain
remain engraved once written

3.55 pm 



मेरा  नाम  लिखा  था  जोअब   मिटाते  हो पन्नों  से
जब  मुझे  मिटाना  याद  है  तो  मुझे  कैसे  भूल  पाओगे

3.51 pm, 17 may, 2013

Wednesday, May 15, 2013

तेरा हँसना


तेरी  घुमक्कड़ी  के  चर्चे  भले  ही  आम  हों...........
वफ़ा  पर  मेरी,  तू  फिर भी  ऊँगली  न  उठा  सकेगा.

11 pm, 13/5/2013

लाख  चाहूँ  तो  भी  बेवफा  तुझको  कह  नही  सकती
क्यूंकि  गर  तू  बेवफा  हुआ  तो  मेरी  वफ़ा  कहाँ  रहेगी

4.11pm

अपना  अपना  अंदाज  है  तेरा-मेरा  गम  भुलाने  का
तू  महफिलों  में  जाकर  हँसता  है, मैं  तुझे  देख  कर

4.13pm, 15/5/2013